7 जून 2024 को काजल अग्रवाल की फिल्म सत्यभामा ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम की गई थी। फिल्म का केंद्र अभिनेत्री काजल अग्रवाल हैं। जो एक दमदार पुलिसवाली की भूमिका निभाती है। जिसमें वह एक लड़की के अपहरण के मामले को सुलझाती है। और फिल्म आगे बढ़ती जाती है। मगर फिल्म की स्टोरी काफी हद तक रानी मुखर्जी की मर्दानी फिल्म से मेल खाती है। जिसमें भी रानी मुखर्जी एक अपहरण की हुई लड़की को आजाद करवाने के लिए मिशन शुरू करती है। फिल्म मर्दानी और काजल अग्रवाल की सत्यभामा काफी हद तक एक जैसा अनुभव देती है।
काजल अग्रवाल सत्यभामा फिल्म
सत्यभामा फिल्म को 7 जून 2024 को ओटीटी प्लेटफॉर्म जिओ सिनेमा पर रिलीज किया गया था। फिल्म में काजल अग्रवाल मुख्य भूमिका में नजर आई l। इसके अलावा नवीन चंद्रा, नागिनेडु, प्रकाश राज और हर्षवर्धन जैसे कलाकार अहम भूमिका में नजर आए। फिल्म का डायरेक्शन सुमन चिक्काला द्वारा किया गया था। यह एक तेलुगू क्राईम थ्रिलर फ़िल्म थी।
फिल्म में काजल अग्रवाल एक लेडी सिंघम यानी पुलिस वाली की भूमिका में नजर आती है। जिसे एक ऐसे केस में काम करने का मौका मिलता है। जिसमें हसीना नाम की एक नाबालिक लड़की का किडनैप कर लिया जाता है। यह किडनैप एक ड्रग एडिक्टेड व्यक्ति द्वारा किया जाता है। जिसे छुड़वाने के लिए काजल अग्रवाल जी-तोड़ मेहनत और तगड़ी योजना बनाती है। फिल्म काफी खतरनाक और एक्शन से भरपूर है। जिसमें काजल अग्रवाल की भूमिका जबरदस्त तड़का लगाती है।
काजल अग्रवाल इस लड़की को मुक्त करने में नाकाम रहती है. और इसकी बेरहमी से हत्या कर दी जाती है। यहां से कहानी में काफी ट्विस्ट आता है। काजल अग्रवाल इसकी हत्या का बदला लेती है। हसीना का भाई हसीना की हत्या होने के बाद वहां से भाग जाता है, और यहां से एक नया नाम विजय उर्फ रियाज सामने आता है। यह फिल्म हसीना की मौत का बदला लेने के प्रक्रम में आगे बढ़ती है। जो काफी सस्पेंस से भरपूर और पहेलियों से उलझी हुई है।
सत्यभामा से मिलती जुलती
सत्यभामा फिल्म देखते समय दर्शकों को साल 2014 में रिलीज हुई रानी मुखर्जी स्टार फिल्म मर्दानी की याद आती है। मर्दानी फिल्म मे भी रानी मुखर्जी दमदार लेडी पुलिसवाली की भूमिका में नजर आती है। जो प्यारी नाम की एक लड़की के किडनैपिंग के मामले की छानबीन शुरू करती है। प्यारी का किडनैप एक लकड़ी तस्कर माफिया करता है। जिसका नाम शिवानी शिवाजी राय यानी रानी मुखर्जी को भी मालूम नहीं है। शिवानी को काफी इंटेलिजेंट और अनुभवी पुलिस ऑफिसर की भूमिका में दिखाया गया है। जो शातिर और गुप्त रूप से अपराधियों का पीछा करने में माहिरा हैं।
दोनों फिल्मों में समानताएं
दोनों ही फिल्में एक दूसरे से काफी हद तक मिलती-जुलती है। जिसमें फिल्म के किरदार, फिल्म की कहानी और सपोर्टिंग एक्टर्स भी काफी हद तक मेल खाते हैं। सत्यभामा में काजल अग्रवाल के पति की भूमिका और मर्दानी में रानी मुखर्जी के पति की भूमिका एक दूसरे की पूरक है। इसके अलावा दोनों ही फिल्मों में नायिका मुख्य भूमिका में एक पुलिस वाली बनकर सामने आती है। फिल्मों में किसी अपराधी द्वारा लड़की का किडनैप किया जाता है। जिसे छुड़वाने या उसकी मौत का बदला लेने के लिए फिल्म आगे बढ़ती है।
अंतत दोनों ही फिल्मों को देखने के बाद दर्शकों को एक जैसा अनुभव मिलता है। फिल्मों की कुछ कड़ियां अलग अनुभव भी देती है। मगर दर्शकों के लिए वह ज्यादा मायने नहीं रखता। क्योंकि वह हर फिल्म में कुछ ना कुछ नया ट्विस्ट और नया अनुभव पसंद करते हैं।