देश के लगभग 75 प्रतिशत आबादी गाने सुनने की शौकीन है। जिसमें सबसे ज्यादा हिंदी गानों को पसंद किया जाता है। किसी भी देश की इकोनॉमी में म्यूजिक इंडस्ट्री काफी बड़ा योगदान देती है। इंडियन म्यूजिक इंडस्ट्री की कमाई की बात करें तो साल 2015 में यह इंडस्ट्री करीब 10.2 अरब रुपए की थी। जो अब बढ़कर लगभग 22 अरब रुपए की हो गई है। मगर सोचने वाली बात यह है कि आखिर सिंगर और म्यूजिक इंडस्ट्री की कमाई कैसे होती हैं। और एक सिंगर कितने तरीकों से पैसे कमा सकता है।
Bollywood Songs में लोगों की रुचि
जानकारी के लिए बता दे, भारत के लोग सबसे ज्यादा बॉलीवुड हिंदी गानों को सुनना पसंद करते है। जो करीब 50 फीसदी हैं। इसके बाद 18% इंटरनेशनल, 12% पंजाबी, 12% तमिलनाडु – तेलुगू और अन्य भाषाओं के गानों को 8% लोग सुनना पसन्द करते है।
कमाई के नज़रिए से बात करें, तो इस इंडस्ट्री में सबसे ज्यादा कमाई 78% फ़ीसदी डिजिटल तौर पर की जाती है। इसके बाद 9% परफॉर्मेंस अधिकार, 7% फिजिकल और 6% सिंक्रोनाइजेशन के जरिए कमाई की जाती है।
म्यूजिक इंडस्ट्री पैसे कैसे कमाती हैं
म्यूजिक इंडस्ट्री में लेबल यानी कई कंपनियां शामिल होती हैं। जो सॉन्ग के प्रोडक्शन में अहम भूमिका निभाती है। यह कंपनियां सॉन्ग शूट करने के लिए खुद पूरा खर्च करती है। और गाने में इस्तेमाल की जाने वाली गाड़ियां, कपड़े, अन्य असेट्स और शूटिंग लोकेशन का खर्च कंपनी द्वारा ही उठाया जाता है।
ये कम्पनियां आर्टिस्ट को मोटी रकम देकर गाने के सारे कॉपीराइट्स अपने अधीन कर लेती है। उदाहरण के लिए टी-सीरीज ने हनी सिंह और गुरु रंधावा के साथ कॉन्ट्रैक्ट करके कई गाने सूट किए हैं। उन गानों का कॉपीराइट टी-सीरीज के पास है। यानी उनसे होने वाली कमाई टी-सीरिज के पास जाएगी। लेबल कम्पनियों में मुख्य रूप से टी-सीरिज, सोनी म्यूजिक और Zee म्यूजिक का नाम शामिल है।
इसके बाद कुछ छोटे लेबल भी है। जिनमें मुख्य रूप से गीत, MP3 और स्पीड रिकॉर्ड्स का नाम शामिल है। छोटे लेवल या यू कहे छोटी कंपनियां काफी कम बजट में गाने शूट करती है। ये नए और स्ट्रगलिंग आर्टिस्ट के लिए काफी मददगार होती है।
यह कंपनियां किसी भी गाने को शूट करने के बाद उसे स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म पर स्ट्रीम/अपलोड करती है। जिन्हें देखने के लिए लोग उस प्लेटफार्म का सब्सक्रिप्शन लेते हैं। और इन गानों के बीच में एडवर्टाइजमेंट/प्रचार भी दिखाए जाते हैं। जहां से इन कंपनियों की आमदनी होती है। स्ट्रीमिंग प्लेटफार्म में मुख्य रूप से अमेजॉन म्यूजिक, Spotify, सावन, हंगामा, जिओ म्यूजिक, यूट्यूब म्यूजिक और आईट्यून्स सहीत अन्य कई प्लेटफार्म का नाम शामिल है।
कॉपीराइट से कमाई
म्यूजिक इंडस्ट्री कॉपीराइट बेचकर भी तगड़ी कमाई करती है। अमेजॉन म्यूजिक और itunes जैसे प्लेटफार्म डिजिटल कॉपीराइट्स खरीदने में अग्रणी है। इसके अलावा किसी भी पुराने सॉन्ग को रीमिक्स करने के लिए भी गाने के मालिक से अथवा कंपनी से डिजिटल राइट्स खरीदने की आवश्यकता होती है। जिसके लिए मोटी रकम चुकानी पड़ती है।
सिंगर पैसे कैसे कमाते हैं?
कुछ इंडिपेंडेंस सिंगर भी होते हैं। जो गाने को शूट करने से लेकर उससे जुड़े सभी खर्चों को खुद ही उठाते हैं। और गाने से होने वाली कमाई पर पूरा हक भी उनका ही होता है। यह सिंगर अपने गानों को यूट्यूब और स्पॉटिफाई जैसे प्लेटफार्म पर निजी तौर पर अपलोड करते हैं। जहां से उनकी कमाई होती है। इसके अलावा सिंगर पार्टी और शो में भाग लेकर भी अच्छी कमाई करते हैं।