Aditi Rao Hydari Biography: अदिति राव हैदरी एक ऐसी भारतीय अभिनेत्री हैं, जिन्होंने अपनी शानदार अभिनय क्षमता और अनूठी सुंदरता से हिंदी, तमिल, तेलुगु और मलयालम सिनेमा में अपनी विशेष पहचान बनाई है। उनका जन्म 28 अक्टूबर 1978 को हैदराबाद, तेलंगाना में हुआ था। अदिति न केवल एक प्रतिभाशाली अभिनेत्री हैं, बल्कि एक प्रशिक्षित भरतनाट्यम नृत्यांगना भी हैं, जिन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक नर्तकी के रूप में की थी। उनकी जिंदगी और करियर की कहानी प्रेरणादायक है, जिसमें शाही वंश की विरासत, कला के प्रति जुनून और सिनेमा में उत्कृष्टता की खोज शामिल है। इस लेख में हम अदिति राव हैदरी की जीवनी, उनके करियर, व्यक्तिगत जीवन और उपलब्धियों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।
Aditi Rao Hydari Biography (प्रारंभिक जीवन और पारिवारिक पृष्ठभूमि)
अदिति राव हैदरी का जन्म हैदराबाद में एक शाही परिवार में हुआ था। उनके पिता, एहसान हैदरी, एक इंजीनियर थे, जबकि उनकी मां, विद्या राव, हिंदुस्तानी शास्त्रीय संगीत की जानी-मानी गायिका हैं, जो थुमरी और दादरा शैली में निपुण हैं। अदिति का परिवार हैदराबाद के पूर्व शाही वंश से ताल्लुक रखता है। उनके पिता के दादा, अकबर हैदरी, हैदराबाद रियासत के प्रधानमंत्री थे, और उनके चाचा, मुहम्मद सालेह अकबर हैदरी, असम के गवर्नर थे। उनकी मां की ओर से भी उनका परिवार वानपर्ती के अंतिम राजा, जे. रामेश्वर राव से जुड़ा हुआ है। उनकी नानी, शांता रामेश्वर राव, हैदराबाद में विद्या रन्या हाई स्कूल की संस्थापक थीं और ओरिएंट ब्लैकस्वान प्रकाशन गृह की अध्यक्ष थीं।
अदिति के माता-पिता का तलाक तब हुआ जब वह मात्र दो साल की थीं। इसके बाद वह अपनी मां के साथ दिल्ली और हैदराबाद में पली-बढ़ीं। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा रishi Valley School, मदनपल्ली, आंध्र प्रदेश से प्राप्त की और बाद में दिल्ली विश्वविद्यालय के लेडी श्री राम कॉलेज से समाजशास्त्र में स्नातक किया। बचपन से ही अदिति को कला और संस्कृति से गहरा लगाव था, और उन्होंने पांच साल की उम्र से ही प्रसिद्ध नृत्यांगना लीला सैमसन से भरतनाट्यम सीखना शुरू कर दिया था।
नृत्य से अभिनय तक का सफर
अदिति ने अपने करियर की शुरुआत एक भरतनाट्यम नृत्यांगना के रूप में की। वह लीला सैमसन के नृत्य समूह ‘स्पंद’ की सदस्य थीं और भारत व विदेशों में कई मंच प्रदर्शनों में हिस्सा लिया। नृत्य के प्रति उनका जुनून उन्हें अभिनय की दुनिया में ले गया। उनकी पहली फिल्म ‘शृंगारम’ (2007) थी, जो एक तमिल पीरियड ड्रामा थी, जिसमें उन्होंने एक 19वीं सदी की देवदासी का किरदार निभाया। इस फिल्म को कई अंतरराष्ट्रीय फिल्म समारोहों में प्रदर्शित किया गया और इसे तीन राष्ट्रीय पुरस्कार मिले। हालांकि, उनकी पहली थिएट्रिकल रिलीज मलयालम फिल्म ‘प्रजापति’ (2006) थी, जिसमें उन्होंने ममूटी के साथ अभिनय किया।
बॉलीवुड में शुरुआत और सफलता
अदिति ने 2009 में राकेश ओमप्रकाश मेहरा की फिल्म ‘दिल्ली-6’ से हिंदी सिनेमा में कदम रखा। इस फिल्म में उनके अभिनय को सराहा गया, और इसके बाद वह सुधीर मिश्रा की थ्रिलर फिल्म ‘यह साली जिंदगी’ (2011) में नजर आईं, जिसमें उनकी भूमिका को बहुत प्रशंसा मिली। इस फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का स्क्रीन अवॉर्ड भी मिला। इसके बाद उन्होंने ‘रॉकस्टार’ (2011), ‘मर्डर 3’ (2013), और ‘वजीर’ (2016) जैसी फिल्मों में अपने अभिनय का लोहा मनवाया।
2018 में संजय लीला भंसाली की भव्य फिल्म ‘पद्मावत’ में मेहरून्निसा के किरदार ने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई। इस फिल्म में उनके अभिनय को समीक्षकों और दर्शकों ने खूब सराहा, और उन्हें सर्वश्रेष्ठ सहायक अभिनेत्री का IIFA अवॉर्ड भी मिला। इसके अलावा, उन्होंने मणि रत्नम की तमिल फिल्म ‘काट्रु वेलियिदाई’ (2017) में मुख्य भूमिका निभाई, जिसके लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ तमिल डेब्यू अभिनेत्री का SIIMA अवॉर्ड मिला।
दक्षिण भारतीय सिनेमा में योगदान
अदिति ने हिंदी सिनेमा के साथ-साथ तमिल, तेलुगु और मलयालम फिल्मों में भी अपनी छाप छोड़ी है। उनकी तेलुगु फिल्म ‘सम्मोहनम’ (2018) में उनके अभिनय को बहुत सराहा गया, और उन्हें सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री के लिए फिल्मफेयर नामांकन मिला। तमिल सिनेमा में उनकी फिल्में जैसे ‘चक्का चिवंता वानम’ (2018), ‘साइको’ (2020), और ‘हे सिनामिका’ (2022) ने उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाया।
वेब सीरीज और हालिया प्रोजेक्ट्स
हाल के वर्षों में, अदिति ने डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी अपनी मौजूदगी दर्ज की है। 2023 में अमेजन प्राइम की सीरीज ‘जुबली’ में उनकी भूमिका को बहुत सराहा गया, जिसमें उन्होंने भारतीय सिनेमा के स्वर्णिम युग की कहानी को जीवंत किया। इसके अलावा, 2024 में संजय लीला भंसाली की नेटफ्लिक्स सीरीज ‘हीरामंडी: द डायमंड बाजार’ में उनके बिब्बोजान के किरदार ने दर्शकों का दिल जीत लिया। उनकी गजगामिनी चाल और भावपूर्ण अभिनय ने इस सीरीज को और भी यादगार बना दिया।
2025 में उनकी आगामी फिल्म ‘लायनेस’ एक ब्रिटेन-भारत सह-निर्माण है, जो भारतीय मताधिकार आंदोलन पर आधारित है। इसके अलावा, वह ‘गांधी टॉक्स’ जैसी प्रयोगात्मक फिल्मों में भी नजर आईं, जो एक मूक फिल्म थी और उनकी अभिनय क्षमता को एक नई दिशा दी।
व्यक्तिगत जीवन
अदिति का व्यक्तिगत जीवन भी उतना ही रोचक है। उन्होंने 2009 में अभिनेता और पूर्व वकील सत्यदीप मिश्रा से शादी की थी, लेकिन 2013 में उनका तलाक हो गया। इसके बाद, 2021 में फिल्म ‘महा समुद्रम’ के सेट पर उनकी मुलाकात अभिनेता सिद्धार्थ सूर्यनारायण से हुई, और दोनों ने 2024 में सगाई की। नवंबर 2024 में, उन्होंने राजस्थान के अलीला फोर्ट बिशनगढ़ में दूसरी बार शादी की। अदिति और सिद्धार्थ की जोड़ी को प्रशंसकों ने खूब पसंद किया।
सामाजिक कार्य और रुचियां
अदिति PETA की सक्रिय सदस्य हैं और पशु कल्याण के लिए कई पहलों का समर्थन करती हैं। वह एक धार्मिक व्यक्ति हैं और फैशन में उनकी गहरी रुचि है। वह कई फैशन शो में रैंप वॉक कर चुकी हैं और अपनी स्टाइलिश उपस्थिति के लिए जानी जाती हैं। 2024 में कान्स फिल्म फेस्टिवल में उनकी राहुल मिश्रा की डिजाइन की गई गाउन में उपस्थिति ने सुर्खियां बटोरीं।
उपलब्धियां और विरासत
अदिति राव हैदरी ने अपने करियर में कई पुरस्कार और सम्मान हासिल किए हैं। स्क्रीन अवॉर्ड, IIFA अवॉर्ड, और SIIMA अवॉर्ड जैसे पुरस्कार उनकी प्रतिभा का प्रमाण हैं। उनकी बहुमुखी प्रतिभा, शाही आकर्षण और समर्पण ने उन्हें भारतीय सिनेमा में एक खास मुकाम दिलाया है।
निष्कर्ष
अदिति राव हैदरी एक ऐसी अभिनेत्री हैं, जिन्होंने अपनी मेहनत, प्रतिभा और कला के प्रति समर्पण से भारतीय सिनेमा में अपनी जगह बनाई है। शाही वंश से होने के बावजूद, उन्होंने अपनी सादगी और कठिन परिश्रम से दर्शकों का दिल जीता है। उनकी कहानी प्रेरणादायक है, जो यह दर्शाती है कि सपनों को सच करने के लिए केवल जुनून और मेहनत की जरूरत होती है।